Rahul...

20 November 2010

पानी सा तेरा नाम

नहीं सोचा था
दूर तक..
तेरा रंजोगम
खिलते गुलाब
पानी सा तेरा नाम
ख्वाब सा हो जायेगा
नहीं सोचा था
माटी के लोग
उम्मीद बेहिसाब
और..
पानी सा तेरा नाम
ख्वाब सा हो जायेगा
नहीं सोचा था
चाँद की परियां
दादी का किस्सा
और..
पानी सा तेरा नाम
ख्वाब सा हो जायेगा

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